Sunday, 26 July 2020

बाबू मोशाय...

ज़िन्दगी लंबी नही बड़ी होनी चाहिए बाबू मोशाय......

कर्म करो ऐसे कि छोटी सी ज़िन्दगी भी मिसाल बन जाय
ज़िन्दगी लंबी नही बड़ी होनी चाहिए बाबू मोशाय......

लहरों संग आती रेत नहीं, लहरों से टकराती चट्टान बन जाय,
संघर्षमय रातो से गुजरकर, चमकता आफ़ताब बन जाय।।


कुम्हार के चके सी ज़िन्दगी की धुरी सत्कर्म बन जाय,
माटी के पुतले सा इंसान भी, फिर भगवान बन जाय।।

अपने लिए नही औरो के लिए जो जी जाय
सही मायनों में वही ज़िन्दगी, बड़ी बन जाय।।...✍️गौरव

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