Sunday 26 July 2020

एक शापित आईना

एक शापित आईना

हेलो..... हेलो....हा मेडम मैं कांस्टेबल गंगाराम बोल रहा हूँ, आपके पति का एक्सीडेंट हुआ है,आप जल्दी हाईवे हॉस्पिटल आ जाइए।

(इतना सुनकर ऋतु फोन पर ही रोने लगती है।)

फोन पर फिर से गंगाराम की आवाज गूंजती है......

मेडम रोइये मत,हिम्मत से काम लीजिये,आपके पति अभी ठीक है,आप जल्दी आ जाइये.....

ऋतु थोड़ा अपने आप को संभालती है और जल्दी पहुंचने का कहकर फोन रख देती है। उसके बाद टैक्सी बुक करके, कुछ पैसे और समान का बैग तैयार करती है।अब तक टैक्सी भी दरवाजे पर आ जाती है और ऋतु टैक्सी से हॉस्पिटल पहुंचती है।

हॉस्पिटल में


रौनक ...रौनक तुम्हे कितनी बार बोला है मैने शराब पीकर गाड़ी मत चलाया करो,तुम मेरी बात मानते क्यों नही हो....अब देखो ये क्या कर लिया।  ऋतु रोते हुए लगभग चीखते हुए बोली,उसकी आँखों मे प्रेम और  चेहरे  पर गुस्सा साफ दिखाई दे रहा था।

कुछ नही हुआ फालतू नाटक मत कर, रौनक ने शराब की हल्की शुमारी में ऋतु को झिड़कते हुए बोला।

हॉस्पिटल स्टाफ ऋतु को फॉर्म की फॉर्मेलटी पूरी करने के लिए ले जाता है।

कांस्टेबल गंगाराम ने ऋतु को बताया कि car का airbag खुलने की  वजह से बड़ा हादसा होने से बच गया मगर drink n drive का केस तो बनेगा मेडम।

ऋतु पुलिस के चक्कर से बचने के लिए गंगाराम को जैसे तैसे (समझ जाओ) मना लेती है।



3 महीने बाद

रौनक अब पूरी तरह ठीक होकर आज बड़े दिन बाद ऑफिस जा रहा है।
कार कंपनी से उसकी कार भी रिपेयर होकर वापस आ गई है।

ऋतु - सुनो!!! भगवान की कृपा से एक बार बच गए हो अब मेरे लिए शराब पीकर गाड़ी मत चलाना plzzz।वैसे भी drink n drive कानूनन अपराध है,अरे अपनी नही तो राह में चलने वालों की तो फिक्र करना चाहिए। तुम लोगो की वजह से जाने कितने परिवार बर्बाद हो जाते है।

हा ठीक है, तू तो बेकार ही परेशान होती रहती है,अरे रौनक नाम है मेरा, आंख बंद करके भी गाड़ी चला सकता हूँ। उस दिन तो जाने कहाँ से एक लड़की सामने आ गई,उसको बचाने में एक्सीडेंट हो गया था।
तू बार बार मुझे याद दिलाकर परेशान मत किया कर।

ऑफिस में

वाह मेरे शेर बड़े दिनों बाद आया है,आज तो पार्टी होगी। तेरे ठीक होने की खुशी में। रौनक के कलीग ने खुश होकर कहा

पार्टी नही यार जलशा होगा जलशा....3 महीने हो गए गला गीला किये, आज तो सारी कसर पूरी करूँगा। रौनक ने पूरे जोश में बोला

पार्टी के बाद 

नशे में धुत रौनक अपनी कार से उसी हाईवे से वापस घर जा रहा है जिसपर उसका एक्सीडेंट हुआ था।

पीछे से किसी गाड़ी का तेज़ हॉर्न सुनाई देता है। रौनक कार के back mirror में देखता है,और देखकर हड़बड़ा जाता है, पसीने से तर रौनक पलटकर कार की back सीट पर देखता है तो उसे वही लड़की दिखती है,जिसके कारण उसका एक्सीडेंट हुआ था। ये सब इतनी जल्दी में हुआ कि सामने से आ रहे truck पर रौनक का ध्यान नही गया और......एक्सीडेंट ।

रौनक किसी तरह से कार के बाहर निकलता है,वह लड़की अब भी कार के पास खड़ी है।

तू, तू यहां क्या कर रही है साली....तू तो मर चुकी है। रौनक दहाड़ते हुए बोला।

मैं मर चुकी हूँ, या तूने मुझे मार डाला, उस रात मैने अपने पेट की भूख मिटाने के लिए तेरे सामने हाथ क्या फैलाये,तूने अपनी जिस्म भूख मिटाकर मुझे इसी गाड़ी के नीचे रौंद दिया था ना, तब से इस गाड़ी के आईने में रहकर, मैं तेरा इंतज़ार कर रही थी, ताकि तुझे मारकर अपना बदला पूरा कर सकूं,और शांति से मुक्ति पा सकूँ,आज मैं मुक्त हो गई हूँ। (लड़की के चेहरे पर एक शांति की मुस्कान थी) इतना कहकर लड़की हवा में ओझल हो जाती है।

हा हा हा हा हा कहती थी मुझे मारेगी, रौनक को मारेगी हा हा हा हा खुद ही गायब हो गई। अचानक एक गाड़ी आती देख रौनक बीच सड़क पर खड़े हो उसको रुकने, का इशारा करता है। मगर गाड़ी रौनक को चीरते हुए ऐसे निकल गई जैसे रौनक वहां था ही नही...रौनक आश्चर्य से यहां वहां देखता है,और उसे अपनी कार में अपनी लाश दिखती है।।

समाप्त

शराब पीकर गाड़ी चलाना कानूनन अपराध है,अपनी एवं दुसरो की सुरक्षा के लिए इससे बचें।शराब के नशे में लोग ऐसे अपराध कर बैठते है,जिनका पश्चाताप जीवन भर करना पड़ता है और कभी कभी जीवन के बाद भी।

धन्यवाद🙏🙏🙏

स्वरचित मौलिक रचना

यह पूर्ण काल्पनिक रचना है, जिसका किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति से कोई संबंध नही है,अगर होता है तो इसे केवल संयोग माना जाए।

✍️गौरव

भोपाल मध्यप्रदेश

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