Sunday 26 July 2020

चाय यार फिक्र धुँआ

चाय यार फिक्र धुँआ

एक चाय की टपरी
यादों में गुजरती है,
ज़िन्दगी कॉलेज वाली
वापस नही लौटती है।।

टपरी की बेंच पर
पेड़ो की छांव में
यारों संग बैठना
चाय पर चाय आना
चाय के स्वाद में
बातों का स्वाद घुलना
बहुत याद आता है
"उस चाय की टपरी पर
यारों का मिलना"।।

मस्ती के किस्से
पढ़ाई की बातें
किसी हसीना की
अंगड़ाई की बातें
चाय की चुस्कियों पर
life plan करना
यारों संग धुँए में
हर फिक्र का उड़ना
बहुत याद आता है
"उस चाय की टपरी पर
यारों का मिलना"।।...✍️गौरव

भोपाल मध्यप्रदेश



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