Sunday, 26 July 2020

एक स्वास्थवर्धक चाय

एक स्वास्थवर्धक चाय


कोरोना काल मे माननीय प्रधानमंत्री द्वारा आयुर्वेद के काढ़े प्रयोग कएक स्वास्थवर्धक चायरने पर ज़ोर दिया है।देखा भी जा रहा है आयुर्वेद औषधि के प्रयोग से कोरोना संक्रमित रोगियों में अच्छे परिणाम मिल रहे है।

प्राचीन काल से आयुर्वेदिक काढ़ो का प्रयोग चिकित्सा कार्य मे हो रहा है एवं आजभी बड़े बुजुर्ग काढ़ो का सेवन बड़े चाव से करते मिलते है,किंतु युवा वर्ग  स्वाद,रंग गंध आदि के कारण पीने में नाक भौ सिकोड़ता मिल जाता है।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण पर अभी तक जो नियंत्रण पाया है उसमें एक विशेष काढ़े का बहुत योगदान है,जिसका नाम है त्रिकटु

इसका प्रयोग सर्दी जुकाम बुखार सांस की समस्या के लिए वर्षो से किया जा रहा है। सरकार इसका प्रयोग काढ़े के रूप में करवा रही है, चूंकि कई लोगो को काढ़े पीने और बनाने में असुविधा होती है इसलिए मैं त्रिकटु को चाय में डालकर पीने के लिए परामर्श करता हूँ। चाय का स्वाद भी सामान्य से हटकर मसाला चाय जैसा हो जाता है।

त्रिकटु:-

सौंठ पाउडर ( सूखा अदरक का पाउडर)

काली मिर्च का पाउडर

पिप्पली (लेंडी पीपल) का पाउडर

तीनो पाउडर को समान मात्रा में मिलाकर रख लें, हो गया त्रिकटु चूर्ण तैयार।

बाजार में इसी नाम से उपलब्ध है।

प्रयोग विधि:-

5 ग्राम 1 लिटर पानी मे तब तक उबालें जब तक कि पानी उबलते उबलते आधे से भी कम ना हो जाये। उसके बाद छानकर,गुनगुना पिये। ये काढ़ा है।

जैसा मेंने पहले कहा मैं त्रिकटु को चाय में डालकर पीने के लिए परामर्श करता हूँ, तो वो विधि भी पढ़ लीजिये-

सामान्य तौर पर जैसे चाय बनाई जाती वैसे ही बनाना है बस जब उसमे पहला उबाल आने लगे तो जितने सदस्यों के लिए चाय बनाई जा रही है उतनी चुटकी त्रिकटु चूर्ण को डाल दीजिए,और कुछ देर धीमी आंच पर उबलने दीजिये। हो गई आपकी मसाला चाय तैयार।

एक दो बार बनाने के बाद आपको स्वयं ही अंदाज़ा हो जाएगा स्वादानुसार चूर्ण, चाय में कितना डालना है।

दूध वाली चाय में उबाल आने के बाद ही चूर्ण डालें अन्यथा दूध फटने की संभावना है।

लीजिये कोरोना से बचने और लड़ने के अतिरिक्त  हर मौसम में सामान्य बीमारियों से रोकथाम के लिए एक स्वास्थवर्धक चाय तैयार है। आप भी पीजिये,और सबको पिलाइये।😀😀🙏🙏

ये मेरी प्रतिलिपि पर 100वीं रचना है,और लिखते हुए खुशी भी हो रही है कि  यह रचना सभी के स्वास्थ्य से जुड़ी है। आशा करता हूँ आप सबके लिए यह रचना लाभदायक हो।

धन्यवाद!!🙏🙏

✍️डॉ. गौरव शाक्य
आयुर्वेद चिकित्सक



No comments:

Post a Comment