Sunday 26 July 2020

एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा

एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा


एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा,
सुनहरी सी धूप,धरके पावन सा रूप,
मेरे घर आई, बनके देवी स्वरूप,
गोदी में मेरी, संसार सिमटने लगा
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा.....

गालों में डिंपल,आंखे है काली,
होंठो पे जैसे, गुलाबों की लाली,
किलकारियों से घर गूँजने लगा,
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा.....

मन सबका मोहे, जो उसको देखे,
हर्षाए सबको, दुख सबके हर ले,
मैं उसको "मोहिका" बुलाने लगा,
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा....

प्यारी सी सूरत, मीठी सी बोली,
हंसे तो होली,चले तो दीवाली,
उसके खेलों में, मन मेरा रमने लगा,
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा.....

पल में खफ़ा,पल में हँसे,
फरमाइशों के लगे सिलसिले,
कह दूँ उसे जो, पढ़ाई करे फिर,
दीवारों को अपने रंग में रंगे,
बिखरे खिलौने,बिखरा सा घर,
मम्मा के वश में, है वो मगर,
पिटती है, रोती है, आती है पास,
मेरी बातों से बहलने लगे,
सवालों में उसके, है सारा जहां,
मेरी पढ़ाई, मुझे कम लगे,
होगी बड़ी, फिर जो बनना, बने,
करूँगा मै भी, जो बन पड़े,
मेरी ये इच्छा है, ईश्वर करे,
बिटिया मेरी बस, सदा खुश रहे....🙏🙏

✍️गौरव

भोपाल मध्यप्रदेश



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