Thursday 30 July 2020

आइसक्रीम पार्लर वाली लड़की कहानी

वह लड़की जो आइसक्रीम पार्लर में मिली थी....

अजी सुनिए ए ए!! उठिए.... देखिए क्या हो गया.... रजनी ने अपने पति अशोक को नींद से जगाते हुए बोला

क्या हुआ, क्यों चिल्ला रही हो? अशोक उनींदा हुआ सा बोला

चोरी हो गई है घर मे,सब कुछ चला गया। रजनी चिल्ला कर बोली

क्या!!! अशोक सुनकर चौंक गया,और उठकर अलमारी की ओर भागा।
है भगवान!!! मेरा पैसा... वो बैग कहाँ है, पूरे 50 लाख थे उसमे, अशोक रोने लगता है। मेरी सारी कमाई ले गया अब क्या होगा?

ऐसे रोने से कुछ नही होगा,पुलिस को फोन करो। रजनी ने बोला

पुलिस.... नही पुलिस को नही बता सकते,तुम तो जानती हो ये पैसा कैसे कमाया था मैंने। पुलिस या विभाग को पता चल गया तो मेरे ऊपर ही जांच बैठ जाएगी। अशोक डरते हुए बोला

अशोक खन्ना pwd विभाग में संभागीय अधिकारी है। निर्माण कार्यो में कमीशन, परमिशन के नाम पे बहुत माल जमा कर लिया था।

तो फिर रोते क्यों है,पाप की कमाई थी चली गई। मैं तो कितनी बार समझा चुकी हूँ, इतना पैसा जोड़ के क्या कर लोगे,जब साथ कुछ नही जाने वाला। रजनी मुंह बनाते हुए बोली

मैं क्या अपने लिए पैसा जोड़ रहा था,तुम लोगो के लिए ही तो सब कर रहा हूँ, ये सब ना करूँ तो जो हमारा बेटा विदेश में पढ़ रहा है उसके खर्चे कैसे पूरे होंगे। अशोक चिड़चिड़ा कर बोला

रजनी- अब करना क्या है,वो सोचो!!!

क्या कर सकते है,कुछ समझ नही आ रहा, कभी ऐसा लगा ही नही कोई हम पर नज़र रख रहा है। अचानक अशोक की आंखे चमक गई और बोला....cctv !!! चलो cctv चेक करते है,उसमे जरूर उस चोर की रिकॉर्डिंग होगी।

सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग देखते हुए...

वो देखो 3 बजे के करीब कोई गेट तोड़ने की कोशिश कर रहा है- अशोक tv को घूरते हुए बोला

हा, पर इसने तो ppe किट पहन रखा है, चेहरे पर मास्क है,इसे तो कोई नही पहचान सकता। रजनी ने हैरानी से बोला

अशोक कुर्सी पर सर पकड़कर बैठ गया,और पिछले दिन की सारी बातें सोचने लगा।

रजनी- क्या सोच रहे हो?

अशोक- कल मैंने क्या क्या किया,कहाँ गया, किससे मिला वही सोच रहा हूँ।

रजनी- क्या किया, रोज़ की तरह सुबह नाश्ता करके लंच लेकर आफिस गए, शाम को घर आकर टहलने गए, रात में खाना खाकर सो गए।..... नही कल टहलते टहलते हम दोनों आइसक्रीम पार्लर तक गए थे। 

अशोक- हाँ, हमने आइसक्रीम खाई थी वहां,और एक फैमिली पैक होम डिलीवर करने का ऑर्डर दिया था ना। वो 8 बजे के करीब की रिकॉर्डिंग दिखाओ।
ये तो वह लड़की है जो आइसक्रीम पार्लर में मिली थी... वही कपड़े पहने है।

रजनी- मुझे तो याद नही,सर पर cap और मुंह पर मास्क लगा है चेहरा तो दिख ही नही रहा, कैसे पहचाने ?? मुझे तो इतना याद है कि खाना खाने के बाद हमने आइसक्रीम खाई और फिर हम दोनों ही सो गए।

अशोक- हाँ, आइसक्रीम खाने के बाद कब सो गया मुझे भी कुछ याद नही,इसका मतलब आइसक्रीम में ही कुछ मिलाया गया था, मै आइसक्रीम पार्लर जाकर उस लड़की का पता करता हूँ,।

रजनी- और क्या करेंगे पता करके,थाने जाएंगे,पुलिस को बताएंगे,इतना पैसा कहां से आया..... बोलिये। कोई जरूरत नही है कुछ भी करने की,अभी किसी को पता नही है,तो बात को दबा कर रखो और अब आगे से अपने पाप की कमाई को घर पर मत लाना। रजनी बड़बड़ाते हुए घर के कामो में जुट जाती है।

अशोक भगवान की मर्ज़ी मानकर ऑफिस जाने के लिए तैयार होने चला जाता है।

उसी दिन शहर के पॉश इलाके की झुग्गी बस्ती को हटाकर वहां के पट्टे पर रहने वाले लोगो के लिए शहर के बाहर बने राहत शिविर में दीवाली जैसा माहौल है,एक लड़की ढेर सारे बच्चों के बीच खड़ी होकर सबको आइसक्रीम बांट रही है। करीब 50 परिवारों को जीवन यापन के लिए मुआवजा मिल गया था।

समाप्त

🙏🙏🙏✍️गौरव

भोपाल मध्यप्रदेश

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