जय जगन्नाथ, श्री जगन्नाथ
कीजो कृपा मोपे, हे जगन्नाथ 2
कीजो कृपा मोपे,दीजो शरण मोहे 2
चरणों मे अपने मोहे रखियो जगन्नाथ 2
कीजो कृपा मोपे, हे जगन्नाथ
जय जगन्नाथ श्री जगन्नाथ
कीजो कृपा मोपे, हे जगन्नाथ 2
उल्टी दिशा में है ध्वजा लहराती 2
ध्वजा ही भक्तों की बिगड़ी बनाती 2
सीढ़ियां द्वारे की यम से बचाती 2
प्रसादी भक्तों की भूख मिटाती 2
हम दुखियों के प्रभु आप दीनानाथ 2
कीजो कृपा मोपे है जगन्नाथ।।।
जय जगन्नाथ श्री जगन्नाथ
कीजो कृपा मोपे, हे जगन्नाथ 2
कोई भी प्राणी जो दर तेरे आए 2
तेरी क्षमा प्रभु उसे मिल जाए 2
जीवन मरण से मुक्त हो जाए 2
तेरे ही धाम को फिर वो जाए 2
अपना लो ,हमें, हम है अनाथ 2
कीजो कृपा प्रभु हे जगन्नाथ
जय जगन्नाथ श्री जगन्नाथ
कीजो कृपा मोपे हे जगन्नाथ 2।।
✍️गौरव