तेरे हाथों की उंगली को कलम बना दूँ
तेरे होंठो की लाली को स्याही बना दूँ
मेरे दिल को मैं कागज बनाकर सनम
तेरी मस्त जवानी पे गाना बना दूँ
तेरी जुल्फों की काली घनेरी घटायें
तेरी आँखों की ये मदमस्त अदाएं
चंदन से निखरा हुआ तेरा यौवन
मुझे इश्क़ करने से रोक ना पाए
तेरी तिरछी त्योरी को कलम बना दूँ
तेरे गालों की लाली को स्याही बना दूँ
मेरे दिल को मै कागज बनाकर सनम
तेरी मस्त जवानी पे गाना बना दूँ
तेरे होंठो की लाली को स्याही बना दूँ
मेरे दिल को मैं कागज बनाकर सनम
तेरी मस्त जवानी पे गाना बना दूँ
तेरी जुल्फों की काली घनेरी घटायें
तेरी आँखों की ये मदमस्त अदाएं
चंदन से निखरा हुआ तेरा यौवन
मुझे इश्क़ करने से रोक ना पाए
तेरी तिरछी त्योरी को कलम बना दूँ
तेरे गालों की लाली को स्याही बना दूँ
मेरे दिल को मै कागज बनाकर सनम
तेरी मस्त जवानी पे गाना बना दूँ
तारीफ-ए-बदन में क्या क्या लिखूँ
सुन्दर सुनहरा माहताब लिख दूँ
चांदनी से नहाया तेरा हर एक अंग
हर अंग को तराशा जवाहरात लिख दूँ
तेरी पतली कमर को कलम बना दूँ
तेरे गुलाबी बदन को स्याही बना दूँ
मेरे दिल को मैं कागज बनाकर सनम
तेरी मस्त जवानी पे गाना बना दूँ।
सुन्दर सुनहरा माहताब लिख दूँ
चांदनी से नहाया तेरा हर एक अंग
हर अंग को तराशा जवाहरात लिख दूँ
तेरी पतली कमर को कलम बना दूँ
तेरे गुलाबी बदन को स्याही बना दूँ
मेरे दिल को मैं कागज बनाकर सनम
तेरी मस्त जवानी पे गाना बना दूँ।