प्यार नही है,तो ना सही,
पर मुझसे, हाल चाल रखना,
क्या कोई और, चाहेगा इतना,
दिल मे ये, सवाल रखना,
इस वक्त हूँ, दूर मैं तुमसे कहीं,
एहतियात, फिलहाल रखना,
मेरे जीने की, वजह हो तुम,
बस, तुम अपना ख्याल रखना...
मेरे जीने की, वजह हो तुम,
बस, तुम अपना ख्याल रखना,
मेरे जीने की, वजह हो तुम,
बस, तुम अपना ख्याल रखना...
तुम धूप भी, तुम छाँव भी,
तुम दूर भी, तुम पास भी,
तुम सांझ सी, तुम रात भी,
तुम नींद भी, तुम ख्वाब भी,
तुम फूल हो, मैं हूँ भंवरा तेरा,
गुलशन गुलज़ार रखना
मेरे जीने की, वजह हो तुम,
बस, तुम अपना ख्याल रखना...
मेरे जीने की, वजह हो तुम,
बस, तुम अपना ख्याल रखना...
तुम चाँद की हो चांदनी,
तुम रागिनी, तुम रोशनी,
तुम प्रेम की जैसे नदी,
मेरे लिए तुम ज़िन्दगी,
तुम गीत हो, मैं हूँ नग़मा तेरा,
सुर ताल बनाये रखना,
मेरे जीने की, वजह हो तुम,
बस, तुम अपना ख्याल रखना,
मेरी साँसों में बसी हो तुम
बस खुद को सँभाल रखना
मेरे जीने की, वजह हो तुम,
बस, तुम अपना ख्याल रखना,
मेरे जीने की, वजह हो तुम,
बस, तुम अपना ख्याल रखना,
मेरे जीने की, वजह हो तुम,
बस, तुम अपना ख्याल रखना
तुम अपना ख्याल रखना...
A song by गौरव
भोपाल
No comments:
Post a Comment