Tuesday 5 May 2020

तुम बहुत याद आये



जगा हूँ मैं रातों को चैना गवाएं
तुम्हारी कसम तुम बहुत याद आये
तुम्हारे बिना जीना हमको ना भाये
तुम्हारी कसम तुम बहुत याद आये
मोहब्बत हमारी हमें फिरसे मिलाये
तुम्हारे बिना दिन ये कैसे बिताएं
नमी हो जो आंखों में तो कैसे नींद आये
तुम्हारी कसम तुम बहुत याद आये
जरा बात कर लो तो चैन हमको आये
वो प्यारी सी सूरत हम देंखे दिखाएँ
कबके गए हो अभी तक ना आये
ये पूछो जो तुम तो हम मुस्कुराए
तुम्हारी कसम तुम बहुत याद आये
तुम्हारी कसम तुम बहुत याद आये...✍️©️गौरव

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