Saturday 2 May 2020

मेरी तमन्ना



बहने दे
मेंरी आंख से तेरे आँसुओ को
रहने दे
मेरे सीने में तेरे दर्द को
कहने दे
जो कहना है इस दिल को
जुड़ने दे
तेरी सांस से मेरी सांस को
चाहने दे
जिस्म से परे तेरी रूह को
टूटने दे
तेरी याद में इस दिल को
सहने दे
तुझसे दूरियोँ के ग़म को
पूछने दे
क्या मोहब्बत है तुमको ?
सोचने दे
हर वक्त तेरी बातों को
चूमने दे
ख्यालों में तेरे लबों को
भूलने दे
तेरी चाह में अपने आप को
जीने दे
ज़िन्दगी में मिले तेरे साथ को..✍️©️गौरव


No comments:

Post a Comment