बातचीत
तेरी मेरी बातचीत,
जैसे हो आसमाँ,
कहाँ से शुरू,
खत्म हो कहाँ.....
ले जाएगी हमें,
नाजाने कहाँ,
चुरा लेगी दिल,
भुला देगी जहाँ.....
लफ़्ज़ों में आशिक़ी,
इश्क़ - ए - अंदाज़ है,
सुरीली सी हो बाँसुरी,
मीठी आवाज है,
जैसे कोई साज़ है,
कानों में बज रहा,
चुरा लेगी दिल,
भुला देगी जहाँ....
तेरी मेरी बातचीत,
जैसे हो आसमाँ,
कहाँ से शुरू,
खत्म हो कहाँ.....
सपनों का है सफ़र,
उम्मीदों की डगर,
हौंसलों से भरे,
अंधेरों को तोड़कर,
निराशाओं के,
दे बादल हटा,
तेरी मेरी बातचीत,
जैसे हो आसमाँ,
कहाँ से शुरू,
खत्म हो कहाँ....
रिश्तों को निभाती है,
प्यार को बढ़ाती है,
बातचीत, ये बड़े,
मसले सुलझाती है,
अधरों की क़ैद में,
बातें जो बंद हो,
मन के भाव औ,
विचार नज़रबंद हों,
जिंदगीं ना रुके,
ना रुके कारवाँ,
हमारी बातचीत,
होती रहे सदा...
तेरी मेरी बातचीत,
जैसे हो आसमाँ,
कहाँ से शुरू,
खत्म हो कहाँ.....
ले जाएगी हमें,
नाजाने कहाँ,
चुरा लेगी दिल,
भुला देगी जहाँ.....।।।
🙏🙏🙏✍️गौरव
26.08.2020
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