Friday 2 February 2024

दिल की उदासी

आँखों मे छलकते हैं आँसू
इस दिल पे उदासी छाई है
ये तेरी मोहब्बत में हमको
किस्मत कहाँ ले आई है।
कुछ सीने में अरमां बाकी है
जो तन्हाई के साथी है
छोड़ के मुझको सब चले गए
अब मैं हूँ और तन्हाई है
आँखों मे छलकते हैं आँसू
इस दिल पे उदासी छाई है।

क्यूँ नाराज़ रहूँ तुझसे
क्या शिकायत करूँ ज़माने से
अंजामे दिल तो पता था हमे
ना किसी ने की बेवफाई है
आँखों मे छलकते हैं आँसू
इस दिल पे उदासी छाई है।

अपने तो ये हालात है
जी भी ना सके मर भी न सकें
चुप रहे तो दिल जलता है
कुछ कहें तो जग हसाई है
आँखों मे छलकते हैं आँसू
इस दिल पे उदासी छाई है।



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