Tuesday, 15 April 2025

मैं और मेरा दर्द

मैं हूँ औऱ मेरा दर्द है,
सारा कर सारा मुझे ही सहना है,
किसी पार्टी का केक नही है
जो काट दूँ और बांट दूँ,
मेरे नाम का चेक है
मुझे ही मिलना है
में हुँ और मेरा दर्द है
सारा का सारा मुझे ही सहना है
चाहता हूं तेरा दर्द भी मुझे मिल जाये
अपना तो है ही तेरा भी साथ हो जाये
दर्द से दर्द का रिश्ता हो कायम
शायद इस तरह मुझे कुछ आराम मिल जाये
वरना आसुंओ के धागों से जख्मों को सिलना है
मैं हूँ और मेरा दर्द है
सारा का सारा मुझे ही सहना है
ना चांद की तरह है ना सूरज की तरह
जो दिन या रात में ढल जाए
ये तो हवा की तरह है
हमेशा बहते रहना है
समंदर से गहरा पर्वत से विशाल
जंगल की आग की तरह फैला है
इस आग में मुझे जलते रहना हैं
मैं हूँ और मेरा दर्द है
सारा का सारा मुझे ही सहना है।

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