कोई दास है...धन दौलत का...
कोई दास है.... मान सम्मान का..
कोई बंधा, नारी के पल्लू से...
कोई दासहै, भाँति भांति के व्यसन का....
दास है हम सब हमारे....
दास है हम सब हमारे..
नाथ है जगन्नाथ जी...4
नाथ है जगन्नाथ जी...4
तेरी कृपा की बदौलत
है जगत जगन्नाथ जी... 2
दास है हम सब हमारे
नाथ है जगन्नाथ जी... 4
दास है हम सब हमारे
नाथ है जगन्नाथ जी... 4
ना तो धन, दौलत की चिंता
ना किसी परिवार की....4
एक तेरे ही सहारे...2
ये जीवन, जगन्नाथ जी...
दास है हम सब हमारे
नाथ है जगन्नाथ जी 4
सुंदर सरल और विशाल
नैनो वाली, अनुपम छवि 4
मेरे मन में हो समाये 2
आप ही जगन्नाथ जी
दास है हम सब हमारे
नाथ है जगन्नाथ जी 4
क्या करे गौरव भी वर्णन,
महिमा तेरी विस्तार से...4
तीनों लोको के स्वामी.. 2
आप हो जगन्नाथ जी...
दास है हम सब हमारे
नाथ है जगन्नाथ जी 4
नाम ही काफी है भक्तों
कर लो सुमिरन प्रेम से...2
भव सागर से पार हो लो 2
बोलो जय जगन्नाथ की 2
दास है हम सब हमारे
नाथ है जगन्नाथ जी 4
हरि बोल हरि बोल हरि बोल हरि बोल
हरि बोल हरि बोल हरि बोल हरि बोल ✍️गौरव
जय जगन्नाथ 🙏🙏
No comments:
Post a Comment